निर्देशक - गैरी डॉबरमैन
कलाकार- पैट्रिक विल्सन,वेरा फार्मिगा,मैकेना ग्रेस,मैडिसन इजमैन
मूवी टाइप - Horror
समीक्षक- अर्जुन "फिल्मी"
'ऐनाबेल कम्स होम' ऐनाबेल सीरीज की तीसरी फिल्म है और 'कॉन्ज्यूरिंग यूनिवर्स' की सातवीं फिल्म है। फिल्म में एक गुड़िया एक बार फिर लोगों को डरा रही है। आइये चलते हैं कहानी पर-
कहानी:
फिल्म की शुरुआत ऐड और लॉरन के घर में गुड़िया लाने से होती है। वे इसे अपने बेसमेंट में बंद कर देते हैं। उनकी बेटी जूडी को स्कूल में सभी लोग चिढ़ाते हैं। जब यह कपल वीकेंड पर घर से बाहर जाता है तो उनकी बेटी और उसकी यंग नैनी मैरी एलेन घर पर रह जाते हैं। सब कुछ ठीक रहता है जब तक कि मैरी की बेस्ट फ्रेंड डैनियेला घर के आसपास अपने मर चुके पिता के बारे में जानने के लिए नहीं आती है। आगे क्या-क्या होता है, इसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
डायरेक्टर और राइटर गैरी डॉबरमैन की यह पहली फ़िल्म है जिसमें वो अपनी एक अलग छाप छोड़ते हैं।
ऐक्टिंग की बात करें तो चाइल्ड ऐक्टर मैकेना ग्रेस ने अच्छा काम किया है। बाकी के ऐक्टर्स ने भी अपने रोल को बखूबी निभाया है। फ़िल्म जब काफी गम्भीर हो जाती है तो उस बोरियत से आपको निकालने के लिए कुछ हल्की फुल्की कॉमेडी भी डाली गई है पड़ोसी बॉब का मैरी से फ्लर्टिंग करना आपको गुदगुदा देता है।
फिल्मांकन- बात फिल्मांकन की की जाए तो दृश्यों को डरावना दिखाने की भरपूर कोशिश की गई है जो कि सफल भी हुई। हर फ्रेम को बहुत सुंदरता से फिल्माया गया है। इसके लिए गैरी के लेखन और निर्देशन की तारीफ के काबिल है।
संगीत- फ़िल्म का बैकग्राउंड म्यूज़िक भी आपको डराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पर्दे पर चलते दृश्य और उनके साथ बैकग्राउंड म्यूज़िक का अनोखा संगम आपको बांधे रखता है।
क्यों देखें: अगर कॉन्ज्यूरिंग सीरीज और हॉरर फिल्मों के शौकीन हैं तो इसे देख सकते हैं। फ़िल्म एक पल भी बोर नहीं लगती। हॉरर प्रेमियों के लिए एक उम्दा फ़िल्म।
क्यों ना देखें- अगर आपको हॉरर फिल्म पसंद ही ना हों तो।
रेटिंग- *****/***
मैं इसको 5 में से 3 स्टार देता हूँ।
विशेष नोट- बॉलीवुड में भी इस विषय पर "खिलौना बना खलनायक" नाम से एक हॉरर फिल्म बन चुकी है। जिसका मुख्य विलेन " ताँतिया बिच्छू" आज भी लोगों के जेहन में जिंदा है और उसका कहना " ॐ फट स्वाहा" कहने का अंदाज़ भी।
°thank you°
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